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इन्फ्लूएंजा (Influenza)
आज के समय में संक्रमित बीमारियों ( Influenza )का समस्या काफी बढ़ चुकी हैI इसके लिए हमारी बदली हुई दिनचर्या के साथ-साथ खान-पान भी जिम्मेदार हैI मौसम में बदलाव के कारण अक्सर इन्फ्लूएंजा का असर देखने को मिलता हैIइनफ्लुएंजा एक संक्रामक बीमारी है जो इंसान के अलावा पशु एवं पक्षियों को भी संक्रमित करता हैI इन्फ्लुएंजा को फ्लू भी कहा जाता हैI कभी-कभी यह रोग महामारी का रूप लेता हैI इस रोग का मुख्य कारक वायरस A और वायरस B हैIशुरुआत में सामान्य जुकाम और साधारण बुखार समझने की भूल कर जिसके कारण इन्फ्लुएंजा गंभीर रूप से मनुष्य को प्रभावित करती हैIकभी -कभी समय पर इलाज न होने पर अन्य वायरल श्वसन(सर्दी-जुकाम) संक्रामक बीमारी की तुलना में इन्फ्लूएंजा थोड़ी घातक बिमारी साबित हो सकती हैIवैसे सामान्य रूप से इसका मुख्य रूप से प्रभाव एक या अधिक से अधिक दो हफ्ते तक देखने को मिलते हैंI जब हमारा शरीर के तापमान के प्रतिकूल कार्य होने की वजह से इन्फ्लुएंजा का दस्तक हमारे शरीर के अंदर देता हैI
इन्फ्लुएंजा के प्रमुख कारण-
चूँकि इन्फ्लुएंजा एक संक्रामक बिमारी है तो प्राय: एक दूसरे के संपर्क में आने से फैलता हैI इसके अलावा ये निम्न कारण होते हैं जिससे कोई भी स्वस्थ व्यक्ति इन्फ्लुएजा के चपेट में आ जाता हैI

- वायरस A ,B और C के फैलने के कारण
- कमजोर इम्यून सिस्टम(रोग प्रतिरोधक क्षमता) की वजह से
- अचानक मौसम में बदलाव
- किसी व्यक्ति के चूमने या साथ में खाने-पिने से
- मौसम के प्रतिकुल(विपरीत) क्रियाकलापों से
- सर्दियों में अधिक समय सार्वजनिक स्थलों पर बिताने से भी यह बिमारी फैलता हैI
इन्फ्लुएंजा का प्रमुख लक्षण-
- गले में हमेशा कफ की जमाव जिसकी वजह से कुछ भी निगलने में काफी परेशानी की सामना करना पड़ता हैI
- हमेशा ऊर्जाहीन एवं तनाव महसूस करना
- बुखार एवं सर्दी- खांसी लगातार होना
- नाक बहना ,छींक आना
- शरीर की मांसपेशियों के साथ-साथ सिर में तेज दर्द होना
- चक्कर आना
- त्वचा का नीला पड़ जाना
- हमेशा कफ की समस्या बनी रहती है
- भूख कम लगना
- लसिका ग्रंथियों में सूजन हो जाना
- शरीर में दुर्बलता के साथ-साथ हमेशा थकावट महसूस होनाI
इन्फ्लुएंजा से कैसे बचें?
- सर्दियों के मौसम में बाहर जाते समय या खुले वातावरण में हमेशा मुंह पर मास्क लगाकर हीं निकलें I
- हमेशा गर्म पानी का ही सेवन करेंI
- विटामिन B6 और B12 युक्त भोज्य पदार्थ जैसे -पालक ,आलू,सेम ,दूध ,मछली ,दाल ,हरी सब्जियां आदि का नियमित सेवन करें I तरल पदार्थों का सेवन अधिक मात्रा में करेंI
- ध्रूमपान और शराब का सेवन ना करेंI
- रोजमर्रा के जिंदगी में आने वाले वस्तुओं का इस्तेमाल करने से पहले हाथ को गर्म पानी ,साबुन या सेनेटाइजर से धो लेंI
- हमेशा स्वच्छ या ताजा भोजन करेंI
- ऐसे भोजन या खाद्य पदार्थों की सेवन हमेशा करें जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने की आशंका होI
- प्रतिदिन योग और एक्सरसाइज करेंI
- अपने अगल-बगल के वातवरण को साफ़-सुथरा रखेंI
- सर्दी के मौसम के पहले शिशुओं इन्फ्लुएंजा का टीकाकरण अवश्य करवाएंI
नोट -इस लेख में उपरोक्त लिखी गई बातें अर्थात चिक्तिसकीय आलेख लोगों की स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने बीमारी के बारे में अवगत कराने के लिए हैI जो इलाज की पुष्टि नहीं करता हैI इसलिए स्वयं इलाज न करें उपरोक्त लिखी गए लक्षण होने पर चिकित्सक से संपर्क करें और नियमित रूप से इलाज करवाएंI